The way of Lakshadweep, truism || लक्ष्यद्वीप,टूरिस्ट , जाने का रास्ता
Lakshadweep का नाम तो आपने सुना ही होगा Lakshadweep हमारे भारत देश का एक केंद्र शासित प्रदेश है और Lakshadweep एक केंद्र शासित प्रदेश होने के साथ-साथ भारत का एक जिला भी है Lakshadweep काफी सारे द्वीपों के साथ मिलकर बना हुआ है और सभी दीपों को मिलाकर हम इसे Lakshadweep के नाम से जानते हैं ।
यह एक मुस्लिम बहुल आबादी वाला क्षेत्र है भारत के पश्चिमी तट से लक्ष्यद्वीप की दूरी लगभग 198 से 438 किलोमीटर है लक्षद्वीप भारत का सबसे छोटा केंद्र शासित प्रदेश है लक्ष्यद्वीप की राजधानी कवरत्ती है और यह द्वीप समूह केरल हाई कोर्ट के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
इतिहास:
Lakshadweep पर या इससे संबंधित दूसरे द्वीपों पर कोई आदिवासी नहीं रहते हैं इसलिए इस दीप पर मानव बेसन के अलग-अलग इतिहास सुनाने को मिलते हैं। पुराने साक्ष के अनुसार लगभग 1500 ईसा पूर्व के आसपास इस क्षेत्र में मानव की बस्तियां मौजूद थी। और भारतीय नाविक को बहुत पहले से जानते हैं। लक्ष्यद्वीप के कुछ दीपों का उल्लेख गौतम बुद्ध की जातक कथाओं में मिलता है।
लगभग 7वीं शताब्दी के आसपास Lakshadweep पर इस्लाम का प्रभाव हुआ था। और मध्यकाल के दौरान इन द्वीपों पर चोल राजवंश और कैनानोर की साम्राज्य का शासन था सन 1998 के आसपास यहां पुर्तगाली(कैथोलिक) लेकिन उनको सन 1545 में द्वीप से बाहर निकाल दिया गया। लक्षद्वीप पर अरक्कल कि मुस्लिम घराने का शासन था इसके बाद यहां टीपू सुल्तान का शासन हुआ। टीपू सुल्तान की मृत्यु के बाद लक्ष्यद्वीप के अधिकांश द्वीपों पर अंग्रेजों का अधिकार हो गया। अंग्रेजों की जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश 1956 में बनाया गया।
Lakshadweep के केवल 10 द्वीपों पर आबादी रहती है और 2011 की जनगणना के अनुसार भारत के इस केंद्र शासित प्रदेश की जनसंख्या 64473 थी और इनमें से सबसे ज्यादा आबादी स्थानीय मुस्लिम(सुन्नी समुदाय) के है इस द्वीप के अधिकांश लोग भारत के निकटतम राज्य केरल के मलयाली लोगों के समान मलयालम बोली बोलते हैं लक्षद्वीप के मिनिकाय दीप पर माहे भाषा सबसे जायद बोली जाती है। यहां के लोगों का व्यवसाय नारियल की खेती और मछली पकड़ना है।
हाल ही में खबर में:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की Lakshadweep यात्रा ने समृद्ध समूह की विशेषता, सौंदर्य और समुद्री धरोहर को और भी महत्वपूर्णता दी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर इस यात्रा की तस्वीरें साझा करके लक्षद्वीप की प्राकृतिक सुंदरता को प्रस्तुत किया। उनके द्वारा किए गए उद्घाटन और यात्रा दो और तीन जनवरी के बीच के दौरान आयोजित मरीन ऑप्टिकल फाइबर कनेक्शन ,प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा, पांच आंगनबाड़ी केंद्रों के नवीनीकरण की आधारशिला जैसे कार्यक्रमों के उद्घाटन ने स्थानीय जनता को नई आशाएं और संभावनाएं प्रदान कीं।
Lakshadweep जाने का रास्ता:
Lakshadweep पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको कोच्चि पहुंचना होगा, जो समुद्र के किनारे पर स्थित है। वहां से आप जहाज या हवाई जहाज के माध्यम से इन द्वीपों तक पहुंच सकते हैं। यहां तक कि कोच्चि अपने आप में एक ऐसा द्वार है जिससे यह अद्वितीय समृद्ध समूह दर्शाने का सबसे अच्छा तरीका है। इससे यात्रियों को इस अद्भुत समृद्ध समूह की खूबसूरती और विविधता का अद्भुत अनुभव होता है।
लक्षद्वीप पर घूमने के लिए पर्यटक स्थल
हम आपको बताएंगे की लक्षद्वीप पर घूमने के लिए सबसे सबसे अच्छा स्थान कौन सा है
1 अगाती
2 बंगारम
3 कदमत
4 कलपेनी
5 करवत्ति
6 मिनीकाय
Lakshadweep, भारतीय महासागर में स्थित एक समृद्ध और प्राकृतिक रमणीयता से भरपूर समूह है। यहाँ के अद्वितीय द्वीपों की सुंदरता, प्राकृतिक संसाधनों की धरोहर, और समुद्री सौंदर्य का जादू व्यक्तिगतता में अत्यंत आकर्षक है। Lakshadweep का सबसे प्रमुख और खूबसूरत द्वीप अगाती है।
अगाती द्वीप Lakshadweep के शानदार लैगूनों में से एक है, जो अपनी शानदार प्राकृतिक सौंदर्यता के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का हवाई अड्डा द्वीप पर एक महत्वपूर्ण संपर्क साधन के रूप में सेवाएं प्रदान करता है।
Lakshadweep के अन्य द्वीपों में बंगारम, कदमत, कलपेनी, कवरत्ती, और मिनीकॉय शामिल हैं, जो प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध हैं। बंगारम रिसॉर्ट के रूप में जाना जाता है और कदमत का उथले लैगून बहुत ही सुंदर है। कलपेनी, कवरत्ती, और मिनीकॉय भी अपनी खासियतों के लिए प्रसिद्ध हैं, जहाँ स्थानीय जीवन और संस्कृति का अनुभव किया जा सकता है।
Lakshadweep के इन द्वीपों का संपर्क और संबंध उन्हें विशेष बनाता है और पर्यटकों को इन स्थलों के प्राकृतिक सौंदर्य और संस्कृति का अनूठा अनुभव करने का मौका देता है। इन द्वीपों में यात्रा करने का अनुभव हर किसी के जीवन में एक यादगार पल बना देता है